कुंडली मिलान व समाज की वेदना
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मित्रो जब से कंप्यूटर का चलन आया है तब से कुंडली मिलान की प्रथा हमारे समाज में बहुत ज्यादा हो गई है । इससे पहले लगभग हमारे पूर्वज कुंडली का मिलान नही करते थे ।
आज आप के पूर्वज या माँ बाप जिनको आप अपने जीवन में उच्चतम स्थान देते होंगे । एक बार उनकी कुंडली मिलान करके देखिएगा । मै दावे के साथ कहता हूँ 80-90% कि कुंडली नही मिलेगी , जब कि सबसे सफलतम परिवार वही होगा ।
आज आप जाना पहचाना परिवार, शक्ल-सूरत,पढाई,आर्थिक स्थिति , शहर उम्र सब मिलाने के बाद कुंडली में आकर अटक जाते हो । इस कुंडली मिलान के चक्कर आप सब एक अच्छे जीवन साथी, जाने पहचाने रिश्ते से चूक रहे है ।।
कहते है भगवान राम-सीता जी कुंडली सबसे अच्छी मिली थी फिर हुआ क्या *14 वर्ष वनवास* और फिर *हिन्दू माईथोलोजी का पहला पत्नी परित्याग*
*(DIVORCE)*
आज समाज इतना पढा लिखा हो गया है कम से कम इस वैज्ञानिक युग में हमे इन अंधविश्वासों को दूर करके एक अच्छे जीवन साथी की तलाश करनी चाहिए न कि एक अच्छी कुंडली की ।
*मुक्ति-क्लब*
(अगर आप मेरी बातों से सहमत है तो अपने बॉयोडाटा में जन्म की तारीख तो लिखे पर जन्म के समय की जगह लिखे *हम कुंडली नही मिलाते* । आप सब पढ़े लिखे लोग है, इसे एक अभियान बना दे । हमारे समाज की आधे से ज्यादा *शादी ब्याह समबंध* की समस्या तो युं ही हल हो जाएगी जो कुंडली के चक्कर में अटकी है ।
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*कुंडली का सच*
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एक बार बनारस में हिंदुस्तान का सबसे बड़ा ज्योतिष सम्मेलन हुआ । वँहा पर एक व्यक्ति 10 कुण्डलिया लेकर आया और उसने ज्योतिषियों के समाने कुछ प्रश्न रखे ।
1- इन 10 कुंडलियो में से कौन सी कुंडली लड़के की है और कौन सी लड़की की ?
2- इन 10 कुंडलियो के आधार पर व्यक्ति के जन्म का समय और स्थान क्या है ?
3- कुंडली के आधार पर कौन सिंधी , कौन पँडित , कौन ठाकुर कौन किस जाति का है ?
4- इन 10 कुंडलीयो में कौन कौन सा व्यक्ति जीवित अथवा मृत है ?
5- इन 10 कुंडली के आधार पर कौन सा व्यक्ति शादी शुदा है और कौन कौन सा कुँवारा है ?
उस महा सम्मेलन में किसी भी ज्योतिषी के पास इन सवालों का जवाब नही था ।
*मित्रो जिस कुंडली को देखकर आप आज यानी वर्तमान नही बता सकते है , उन कुंडलियो के आधार पर भविष्य को देखना एक मूर्खता के अलावा कुछ भी नही है ।*
मित्रो कुंडली मिलान के चक्कर में आप अपने बच्चो का भविष्य अन्धकार में ढकेल रहे है व समाज में कुँवारे युवक युवतियों की संख्या व शादी की उम्र बड़ती ही जा रही है
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